” या देवी सर्वभूति विद्या रूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः !! ”
“सरस्वती हो आपके साथ में,मिले मां का आशीर्वाद हर दिन…मुबारक हो आपको सरस्वती पूजन का ये दिन।।
जबलपुर। शहपुरा (भिटोनी) अखिल भारतीय विद्या भारती शिक्षण संस्थान महाकौशल प्रांत से संबद्ध सरस्वती शिशु/उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शहपुरा (भिटोनी) में मां सरस्वती जी के जन्म दिवस माघ शुक्ल पंचमी बसंत (पंचमी) के दिन प्रतिवर्ष विद्यारंभ संस्कार का आयोजन किया जाता है, विद्यालय में नव प्रवेशित शिशु जिनकी आयु 3 वर्ष से 5 वर्ष के बीच होती है, स्कूली शिक्षा में प्रथम कदम रखने के उपलक्ष्य में 16 संस्कारों में से एक विद्यारंभ संस्कार किया जाता है, आज विद्यालय के पूर्व छात्र पंडित आशीष तिवारी जी (शास्त्री) द्वारा कलश पूजन के उपरांत मां सरस्वती जी का पूजन किया तत्पश्चात नव प्रवेशित शिशुओं से हवन कराया गया तथा वैदिक मंत्र के साथ उनका विद्यारंभ संस्कार पंडित आशीष तिवारी (शास्त्री) द्वारा किया गया, इस क्रम में पंडित जी ने शिशुओं से प्रथम अक्षर का लेखन करवाया, गुरु और गुरुकुल की महिमा बताते हुए शास्त्री जी ने कहा जब तक यह जीव गुरु की शरण में रह कर विद्या अर्जन नही करता तब तक उसका कल्याण संभव नहीं ना विद्या की प्राप्ति संभव न जीवन का कल्याण संभव भगवान श्री राम मर्यादा पुरषोत्तम होकर भी एवम जिन की श्वास श्वास से वेद निकले हैं उन प्रभु ने गुरु की शरणग्रहण की इसी प्रकार भगवान गणेश जी जो बुद्धि के देवता है विद्या वारिधि होकर भी गुरु की शरण ग्रहण की विद्या से जीवन में विनम्रता आती जीवन जीने की कला आती हैं विद्या बिना जीव पशु तुल्य है । कार्यक्रम का समापन पूर्ण आहुति के साथ किया गया ।
गुरु गृह गए पढ़न रघुराई , अल्पकाल विद्या सब पाई। मां सरस्वती जयंती बसंत पंचमी की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं, नवप्रवेशी शिशुओं को आशीर्वाद ।
– प. आशीष तिवारी (शास्त्री)
हमारे विद्यालय में प्रतिवर्ष नव प्रवेशित शिशुओं का विद्यारंभ संस्कार किया जाता है,
इस विद्यारंभ संस्कार में शामिल शिशुओं के उज्जवल भविष्य की कामना करते है।
-पी.एल. साहू प्राचार्य एवं समस्त आचार्य परिवार
हमारा विद्यालय सभी परम्पराओं का निर्वहन करता है, इसी क्रम में प्रतिवर्ष मां सरस्वती के जन्म दिवस माघ शुक्ल पंचमी को नव प्रवेशित शिशुओं का विद्यारंभ संस्कार का आयोजन किया जाता है । मां सरस्वती जी से प्रार्थना है कि :-
“आप स्वर की दाता है,
आप ही वर्णों की ज्ञाता है…
आपको ही नवाते है हम शीश,
हे शारदे मां…! दे अपना आशीष।”
- – सुश्री सोनम नोरिया सांस्कृतिक प्रमुख
• विद्यारम्भ संस्कार सरस्वती शिशु मंदिर / उच्च. मा. विद्यालय शहपुरा भिटोनी